भविष्य में हम कहाँ होंगे? क्या बनेंगे? क्या हम अपने सपने पूरे कर पायेंगे? क्या हम भविष्य में मित्र बने रहेंगे? क्या हम एक दूसरे को देख कर ईर्षा करेंगे? क्या हमारे परिवार एक दूसरे के निकट होंगे? यह देखने वाली बातें होगी मैंने कहा। नीरज ने कहा सपने कभी पूरे नही होते। अली ने कहा क़िस्मत कुछ नही होती। सिर्फ़ मेहनत से इंसान आगे बढ़ता है। अनिल मसीह ने कहा वो अपने सपने ज़रूर पूरे करेगा। क्या है हमारे सपने हरप्रीत ने पूछा?हम सब ने अपने अपने सपने एक दूसरे को बताये। ठीक है हम आज से बीस साल बाद या तीस साल बाद मिलेंगे। तब हम इस बात को याद करेंगे और जवाब देंगे की क्या आज जो सपने हमने अपने लिये देखे है वो पूरे हुए या नही मैंने कहा ? सभी मित्रों ने हाथ मिलाया और कहा ठीक है हम भविष्य में मिलेंगे।